रविवार, 8 मई 2011

क्या आप तैयार है मानव धर्म और जैन धर्म निभाने के लिए ?........यदि हाँ तो आज ही नमोकार महामंत्र के जाप के साथ अपने घर की छत , मुंडेर, दालान,या जहाँ सुविधा जनक हो वहां ..इस गर्मी से बे-हाल पक्षियों के लिए कुछ जल और दाना अवस्य रखें......यही हमारा वास्तविक मानव धर्म होगा जय जिनेन्द्र !

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