मंगलवार, 24 मार्च 2009

युवा भारत और आप

लोकतंत्र के महा समर का बिगुल बज चुका है सभी महारथी अपने अस्त्र शस्त्रों के साथ सुसज्जित होकर रन क्षेत्र में उतर चुकें हैं जिनमें कोई अर्जुन है तो कोई दुर्योधन। परन्तु दुर्भाग्य यह है की अब पार्थ का सारथी वृद्ध हो चुका है। उसकी सारी क्षमताएं लगता है कहीं द्वापर में ही छूट गई हैं क्या वृद्ध सारथी के साथ कोई अर्जुन युद्ध जीत सकेगा। अब सारथी के परिवर्तन की आवश्यकता है जो न सिर्फ नेतृत्व प्रदान सके बल्कि इस युद्ध में विजय भी प्राप्त करा सके आओ मिलकर युवा भारत का निर्माण करे और युवा सारथी का चयन करें यही आपका ऊर्जावान एवं समृद्ध भारत होगा। ....................................... युवा चुनें, युवा दिखें, युवा बनें।

धन्यवाद

रनीश जैन

इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश )

रविवार, 22 मार्च 2009

बदल दो भारत को

आज आवश्यकता इस बात की है कि प्रशाशनिक अधिकरण में और राजनीती में युवाओं को एक नयी urja और सोच के sath rashtra का nirman करना है जो har उस bhartiya का हो जिसमें rashtra nirman का sankalp लिया है। इस yuva भारत को विश्व भारत में परिवर्तित करें bahurashtriya nigamon और sangthanon को tyag कर prashashanik adhikari बने और bhrashtachar mukta भारत का nirman करें
Dhanywad
Ranish Jain
Allhabad, utter pradesh, India