' इतिहास बना दो ' हमारे अंतर्मन के कोने को झांकता हुआ बिम्ब है जिसका प्रतिबिम्ब समाज में कहीं न कहीं व्याप्त है ..! यह मेरा ऐसा प्रयास है जो नयी विधा को भी संरक्षित करने की भरसक कोशिश करेगा .......लेकिन आपके साथ मिलकर ..तो बढ़ाएं हाथ और चलें हमारे साथ ...
शुक्रवार, 6 मई 2011
महात्मा गांधी के कपड़ों में एक भी जेब नहीं थी ,.....परन्तु अच्छे कर्मों के कारण वे हम सब की जेब में रहते हैं .....
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